रहम-ओ-करम—डी के निवातिया डी. के. निवातिया 20/12/2016 धर्मेन्द्र कुमार निवातियाँ 12 Comments खेल तो सारा का सारा खुदा के रहम-ओ-करम का है !वरना क्या तुझ में रखा है, और क्या मुझ में रखा है !! !!!रचनाकर ::- डी के निवातिया [email protected] … [Continue Reading...]