रहता है वहां एक rakesh kumar 13/08/2016 राकेश कुमार 3 Comments बहुत थोड़ा है मेरा सामान देखिए जेबों में पड़े अरमान देखिए कूबत न हो बेशक इबादत की टूटता नहीं मेरा ईमान देखिए दिल को दुखाकर मुस्काता मैं नहीं दुखों … [Continue Reading...]