मोहब्बत कर बैठे – ग़ज़ल – सर्वजीत सिंह sarvajit singh 26/10/2016 सर्वजीत सिंह 25 Comments मोहब्बत कर बैठेमोहब्बत कर तो बैठे हम पर मोहब्बत करने में नादान थेकभी मिलती है ख़ुशी तो कभी गम इस बात से अन्जान थेमोहब्बत की थी हमने बड़ी शिद्दत … [Continue Reading...]