मेरे दिलबर तेरी सूरत ही मुझको रास आती है मदन मोहन सक्सेना 12/10/2017 मदन मोहन सक्सेना 2 Comments जुदा हो करके के तुमसे अब ,तुम्हारी याद आती हैमेरे दिलबर तेरी सूरत ही मुझको रास आती हैकहूं कैसे मैं ये तुमसे बहुत मुश्किल गुजारा हैभरी दुनियां में बिन … [Continue Reading...]