मयखाने में क्या नशा रखा है—डी के निवातिया डी. के. निवातिया 19/12/2016 धर्मेन्द्र कुमार निवातियाँ 16 Comments लफ्जो की आइस क्यूब से मुहब्बत का जाम सजा रखा है ।हमने तो तेरे लिये इन आँखों में ही मयकदा बना रखा है ।पीना है तो हमारी नजरो से … [Continue Reading...]