मगरूर – मेरी शायरी……. बस तेरे लिए sarvajit singh 25/07/2016 सर्वजीत सिंह 18 Comments मगरूर मैं तो डरता हूँ उसकी तारीफ़ करने से ……………………….. के कहीं वो ओर भी मगरूर ना हो जाये हम तो दीवाने हैं उसके हुस्न के ……………………………………… लगता है … [Continue Reading...]