झगड़ा barkhar7 06/04/2017 अज्ञात कवि 4 Comments झगड़ाक्यों होता है ये झगड़ादो लोगों की बीच की टक्करार है इसमेदो दिलो की टूटने की आहट हैं इसमेछोटी छोटी बातों से शुरू होकरबड़े बड़े मुद्दे पर खत्म होता … [Continue Reading...]
आग barkhar7 06/04/2017 अज्ञात कवि 3 Comments वो रातों का पहर , वो शान्त समावो घड़ी कि सुई कि, टिक-टिक टिक टिकनशे में सोया सारा जहांफ़िर अचानक क्या हुआधुआँ ही धुआँ , धुआँ ही धुआँवो सब … [Continue Reading...]