एक प्रेयसी की बात Harendrra Pandit 09/07/2016 अज्ञात कवि 7 Comments एक प्रेयसी की बात __________________ ख़ामोशी से मेरे बातो को पढ़ते गए छुपा छुपा के सब से… सुनते गए आवाज़ों को मेरी एक मुस्कुराहट होठों के पीछे छुपा कर…. … [Continue Reading...]