पुरानी डायरी से rakesh kumar 30/05/2018 राकेश कुमार 11 Comments 1कभी किसी को चाहकर तो देखोदिल में तस्वीर सजाकर तो देखोहर शब्द शायरी बन ज़ाएगाकिसी को अपना बनाकर तो देखो |2भुला नहीं पाया तुझसे मुलाक़ात मैंनिकाल लेता हूँ तेरी … [Continue Reading...]