बदला नहीं है वो Er Anand Sagar Pandey 03/08/2016 अज्ञात कवि 7 Comments वही तल्खियत लहज़े में, वही कशिश अदाओं में, आज फ़िर यही लगा कि बदला नहीं है वो l उसको भी मयस्सर हैं मेरे हिज़्र के खसारे, मेरे उन्स से … [Continue Reading...]