वाह रे नोट —हाईकू —डी. के. निवातिया डी. के. निवातिया 02/12/2016 धर्मेन्द्र कुमार निवातियाँ 6 Comments वाह रे नोटकभी लगे तू प्यारासबसे न्यारा ।।कभी जग कोदिखे तुझमे खोटवाह रे नोट ।नोट बदलेहाल बदल गयेआम जन के !हँसता कोईकोई रोता जाता हैइस चक्र में !परिवर्तनहो ये … [Continue Reading...]