निंदिया आरे,,,(कविता) md. juber husain 03/06/2017 मु. जुबेर हुसैन 10 Comments निंदिया आरेआजा रे निंदिया आजादिल को चैन दिलाजाकुछ पल सोए, कुछ पल रोएफिर न याद दिलाजाआजा रे निंदिया आजा,,,,,फिरता है तू दर-बदरकभी तो रैहम खा मेरे ऊपरचाँदनी तू झूला … [Continue Reading...]