सदियों से अमर किरदार है हम kanukabir 22/06/2017 कनु कबीर 14 Comments सूनी आंखे, सूखे आंसू, सेहत से बीमार है हमये सब तोहफा है उसका, जिस हूरपरी के यार है हम।माना के बयाँ कर देना था वो किस्सा मेरे प्यार का … [Continue Reading...]
रहने दो Er Anand Sagar Pandey 03/08/2016 अज्ञात कवि 3 Comments **रहने दे::गज़ल** यही चाहत का है दस्तूर तो दस्तूर रहने दे, मुझे बेबस ही रहने दे मुझे मजबूर रहने दे l तुझे जब याद करता हूं तो दुनिया भूल … [Continue Reading...]