नागफनी के बीच गुलाब — डी के निवातिया डी. के. निवातिया 29/05/2017 धर्मेन्द्र कुमार निवातियाँ 20 Comments नागफनी के बीच गुलाब <><><> वो जो नागफनी के बीच गुलाब खिला है।मेरी पाक मुहब्बत का नायाब सिला है।। अहसासों के मधुर पलो से सींचा है इसेतब जाकर कही … [Continue Reading...]