जग में तुझ सी माँ ना होगी Deepak Srivastava 15/10/2016 दीपक श्रीवास्तव 2 Comments मैं चंचल मैं पापी भोगीजग में तुझ सी माँ ना होगी ।दर्शन बिन रोती हैं अंखियापूरी कब अभिलाषा होगी ॥ मन्त्र न जानूं , यन्त्र न जानूं,ध्यान न जानूं, तन्त्र … [Continue Reading...]