दस्तक – डी के निवातिया डी. के. निवातिया 22/07/2019 धर्मेन्द्र कुमार निवातियाँ 2 Comments दस्तक!मेरे दिल के दरवाज़े दस्तक देकर, छुप जानातेरी आवाज़ सुनकर इन साँसों का रुक जानायूँ गुजरते है जिंदगी के पल तेरी ही इबादत मेंतेरा नाम आते ही सदके सिर … [Continue Reading...]
दस्तक – मेरी शायरी……. बस तेरे लिए sarvajit singh 23/09/2017 सर्वजीत सिंह 10 Comments दस्तकसीने में उठा है इक पुराना दर्द आज फिर से …………………लगता है के दिल के दरवाजे पे मोहब्बत ने फिर से दस्तक दी है ……………….. शायर : सर्वजीत सिंह … [Continue Reading...]