विधा: तज़मीन बर तज़मीन… C.M. Sharma 30/09/2019 सी. एम. शर्मा 6 Comments (अपनी ही तज़मीन जनाब नक्श लायलपुरी साहिब ग़ज़ल “ये मुलाक़ात इक बहाना है… प्यार का सिलसिला पुराना है” पर)…. प्यार में हर कोई दीवाना है…नींद से जागना जगाना है….चाँद … [Continue Reading...]