तुम न समझे – डी के निवातिया डी. के. निवातिया 23/06/2018 धर्मेन्द्र कुमार निवातियाँ 16 Comments तुम न समझे *** बहुत बुझाई पहेलियाँ, मगर कोई सवाल तुम न समझे !समझ गई दुनिया सारी कितने हुए बवाल तुम न समझे !! टूट गए हम टूटकर … [Continue Reading...]