तुम्हारी अदा – डी के निवातिया डी. के. निवातिया 21/09/2018 धर्मेन्द्र कुमार निवातियाँ 4 Comments तुम्हारी अदा***इतना प्यार करते हो, कभी न जताते हो तुमयदा कदा ही सही मगर, बहुत सतातें हो तुमकैसे न जां निसार करें हम तुम्हारी अदाओं पेबेवजह भी रूठें तो … [Continue Reading...]