कोई गोरी ऐसी मिले – डी के निवातिया डी. के. निवातिया 27/08/2020 धर्मेन्द्र कुमार निवातियाँ 2 Comments (ताटंक छंद आधारि) कोई गोरी ऐसी मिले *** कोई गोरी ऐसी मिले जो, मेरे दिल की रानी हो चतुर चपल चंचल हो चितवन, सुंदरता की नानी हो, देव लोक … [Continue Reading...]