बेटी की गुहार MPS 19/02/2021 अज्ञात कवि No Comments माँ थोड़ा सा घबराती हूँ मैं, दुनिया से डर जाती हूँ मैं रात बड़ी प्यारी लगती है, सन्नाटे से बेचैनी होती है मैं क्यूँ न निकलूँ रातों को, फिर … [Continue Reading...]
जाने कितनी जिंदगी rakesh kumar 03/08/2018 राकेश कुमार 2 Comments जाने कितने तूफ़ान बवंडरखुद में दफनाता हूँ मैंजब मेरी शरीके हयाततुमसे मिलने आता हूँ मैंयूँ तो खुशबू तुम्हारीकाफी है बहक जाने कोमद भरे लबों से पूछो कीकितना लड़खड़ाता हूँ … [Continue Reading...]