सार छंद (पलाश और नेता) Basudeo Agarwal 16/12/2018 बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 3 Comments सार छंद (पलाश और नेता)छन्न पकैया छन्न पकैया, टेसू सा ये नेता।सूखी उलझी डालों सा दिल, किसका भी न चहेता।।पाँच साल तक आँसू देता, इसका पतझड़ चलता।जिस में सोता … [Continue Reading...]