चिड़ियों को हम पास बुलाते हैं–Raquim Ali raquimali 07/10/2017 अज्ञात कवि 8 Comments एक ज़माना था, खूब याद है-वह ज़माना बचपन का था;धान न खा पाए चिड़िया रानी चिड़ियों को जब हम भगाते थे।एक ज़माना अब यह आयातरस रहे हम, आ जाए … [Continue Reading...]