गुनेहगार rakesh kumar 10/11/2018 राकेश कुमार 2 Comments तेरी उन गलियों में ,जाना बेकार ही सहीफिर करके देखेगें ,झूठा इंतजार ही सही माना नहीं रहे निशान चाहतों के कूचों परफिर भी गुजरेंगे, बनकर तेरे गुनेहगार ही सही … [Continue Reading...]