कुछ पल मुस्कुराये होते—डी के निवातिया डी. के. निवातिया 26/12/2016 धर्मेन्द्र कुमार निवातियाँ 12 Comments तुम अगर मेरी जिंदगी में आये होतेतो हम भी कुछ पल मुस्कुराये होते !!न रहते जिंदगी में तुम भी यूँ तन्हान अकेले में हमने आँसू बहाये होते !!बेझिझक होती … [Continue Reading...]