कितना गम है – डी के निवातिया डी. के. निवातिया 27/04/2018 धर्मेन्द्र कुमार निवातियाँ 12 Comments कितना गम है***दिल में दर्द उठता है,जुबाँ खामोश, आँखे नम हैमत पूछो यारो हमसे, जिंदगी में कितना गम हैकिसी का पसीना भी बहे, तो खबर बन जाता हैअपने तो … [Continue Reading...]