कलयुग की महिमा – डी के निवातिया डी. के. निवातिया 22/07/2019 धर्मेन्द्र कुमार निवातियाँ 4 Comments कलयुग की महिमा!झूठ का बोलबाला सच का मुँह काला हुआ,कलयुग की महिमा में गड़बड़ झाला हुआ,वक़्त मिले तो आज़मा लेना सच बोलकर,कुत्ता काट लेगा तुम्हे खुद का पाला हुआ … [Continue Reading...]