वरना लोगों का मुहब्बत से:अनन्य Er Anand Sagar Pandey 19/11/2016 अज्ञात कवि 3 Comments **”वरना लोगों का मुहब्बत से ऐतबार चला जायेगा”** जिस दिन तेरी महफ़िल से ये खुद्दार चला जायेगा,उसी दिन ये सारा रौनक-ए-मय्यार चला जायेगा l तू बेशक कत्ल कर मेरा मगर चुपके … [Continue Reading...]