मेरा ये हुक्म है सांसों:: आनंद सागर Er Anand Sagar Pandey 10/08/2016 अज्ञात कवि 14 Comments ताज़ा गज़ल- मेरा ये हुक्म है सांसों::Er Anand Sagar Pandey मेरा ये हुक्म है सांसों कि एहतियात रहे, वो रहे ना रहे ता-उम्र उसकी बात रहे l वो क़मर … [Continue Reading...]