एक शहीद Amit Arora 21/09/2016 अज्ञात कवि 7 Comments आज फिर ये धरा लाल हुई,,, आज फिर खून किसी का बहा कहीं,, आज फिर एक गोली चली,,, आज फिर सरहद पे किसी की जान गयी… बूढ़े बाप को … [Continue Reading...]