**ख्वाहिश रखता हूं** Er Anand Sagar Pandey 05/08/2016 अज्ञात कवि 14 Comments मेरी एक और बे सिर पैर की रचना- (एक मित्र के आग्रह पर)- ****ख्वाहिश रखता हूं**** ना साथ की ख्वाहिश रखता हूं, ना प्यार की ख्वाहिश रखता हूं, मैं … [Continue Reading...]