अहीर छंद “प्रदूषण” Basudeo Agarwal 22/04/2019 बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 1 Comment अहीर छंद “प्रदूषण”बढ़ा प्रदूषण जोर।इसका कहीं न छोर।।संकट ये अति घोर।मचा चतुर्दिक शोर।।यह दावानल आग।हम सब पर यह दाग।।जाओ मानव जाग।छोड़ो भागमभाग।।मनुज दनुज सम होय।मर्यादा वह खोय।।स्वारथ का बन … [Continue Reading...]