अमर रहेगा नाम तुम्हारा — डी के निवातिया डी. के. निवातिया 28/03/2018 धर्मेन्द्र कुमार निवातियाँ 14 Comments अमर रहेगा नाम तुम्हारा *** तुम योग्य लफ्ज़ नहीं पास मेरे, कैसे करुँ गुणगान तुम्हाराराजगुरु, सुखदेव, भगत सिंह, कितना है अहसान तुम्हारादेश प्रेम के सूचक थे तुमदेश की खातिर … [Continue Reading...]