अपने ही घर में बेगाना हूँ – डी के निवातिया डी. के. निवातिया 05/06/2020 धर्मेन्द्र कुमार निवातियाँ 2 Comments अपने ही घर में बेगाना हूँ,हालत पर अपनी बेचारा हूँ ।।मैं सबका सब मेरे है फिर भी,अपनों के बीच अनजाना हूँ,।।कहने को है सारा शहर मेरामुर्दो की भीड़ में … [Continue Reading...]