अंदाज़-ऐ-एतराज — डी के निवातिया डी. के. निवातिया 17/06/2017 धर्मेन्द्र कुमार निवातियाँ 26 Comments अंदाज़-ऐ-एतराज *** क्यों आज फिर मौसम का मिजाज बदला हैक्या सनम ने आशिक़ी का अंदाज बदला है ! दिल तो पहले ही डूबा है, अश्क-ऐ-समंदर में फिर क्यों जनाब … [Continue Reading...]