अंजाम rakesh kumar 31/10/2018 राकेश कुमार No Comments यदि यूँ ही हर शब को गुमनाम होना है हर पहर को इश्क पर कुर्बान होना है तो सम्भालकर रखीये दिल अपनाआपका भी एक दिन यही अंजाम होना है … [Continue Reading...]