दिशा [email protected] 09/07/2015 उषा किरण शर्मा 4 Comments दिशा रात गई दिन निकळा, धरती पर आळोक हुआ I हर ओर उजाला छाया है पर अपना मन अलसाया है I छत से नीचे देखा मैने गाता वह मेरे … [Continue Reading...]
धरोहर [email protected] 24/08/2014 उषा किरण शर्मा No Comments नभ पर चमके चाँद और तारे मन को ळगते हैः ये प्यारे । सुन बिटिया ये सब कुछ भगवान से जीवों ने पाया पाँच तत्व से बना यह मानव … [Continue Reading...]