तेरी फितरत:- sunitadohare 04/08/2012 अखलाक़ मौहम्मद खान 'शहरयार' No Comments तेरी फितरत:- —————— क्या होती है इबादत ये जानती हूँ मैं ! इस दुनियां के सारे रंग पहचानती हूँ मैं !! मैं रुसवा हो गयी हर गाँव हर गली … [Continue Reading...]