Author: santoshgulati36
रिटायर्ड होने के बाद–संतोष गुलाटी जब मै रिटायर्ड हो जाउँगा कहीं खुशियाँ होंगी कहीं मातम होगा कई लोग खुश होंगे कि उनकी पदोन्नति हो जाएगी कई दुखी होंगे उनको …
आतंकवाद शिशु दूध के लिए रोए तो माँ के लिए आतंकवाद दोस्त की दोस्त से अनबन हो जाए तो दोस्तों में हो जाए आतंकवाद एक सहेली अपनी सहेली की …
किसी ओर की माँ जब माँ की याद सताती है उसकी हर बात याद आती है हर कोई माँ को याद कर रोता है लेकिन यह कभी नहीं सोचता …
नारी और विश्व की प्रगति और नर चेतना–संतोष गुलाटी नर को मानना पड़ेगा नारी दुर्गा, सरस्वती और लक्ष्मी का रूप है नारी की प्रगति के बिना विश्व की प्रगति …
बचपन यह कैसा था बचपन बस खेलना और खाना कभी पेड़ पर चढ़ना तो कभी नदी में कूद जाना कभी यह न सोचना कि माँ को कभी न सताना …
रसोईघर रसोईघर एक किले से कुछ कम नहीं उसकी स्वामिनी होती है एक गृहिणी बर्तनों की आवाज़ और चूड़ियों की खनखनाहट से किले में उसका होना संकेत है रसोईघर …
विश्व शा्न्ति का नारा विश्व कर रहा पुकार है शान्ति के लिए हो रही हाहाकार है यहाँ कैसा हो रहा नरसंहार है मासूमों पर क्यों हो रहा अत्याचार है …
राम वनगमन अयोध्या के राजा दशरथ का निर्णय सरयू नदी किनारे अयोध्या अयोध्या का राजा दशरथ ज्ञानी और सत्य-पराक्रमी दशरथ की रानियाँ तीन और राजकुमार चार था उसका खुशियों …
आया वर्षा का मौसम मुंबई की बारिश का अजीब नजा़रा नभ में छाए काले बादल हवा से इधर-उधर जाते बादल उमड़-उमड़ कर आए बादल, बादलों की गड़गड़ाहट शुरू हुई …
दादी की छड़ी बड़ी निराली दादी की वह पक्की सहेली है दादी के साथ हरदम रहती है दादी को ठीक चलाती है दादी के साथ घूमने जाती है दादी …
बिल्लू और टिल्लू एक पार्क में इधर से उधर जा रहे थे एक दूसरे की ओर देखते हाथ हिलाते फिर चले जाते बिल्लू ने टिल्लू को पकड़ लिया अपना …
म्याउँ, म्याउँ, म्याउँ—कौन ? बिल्ली बिल्ली बोली म्याउँ, म्याउँ भूख लगी मैं किसको खाऊँ ? चूहे मुझ से डरते हैं बिलमें छुपकर बैठे हैं आठ चूहे बाहर निकले बिल्ली …