Author: rsangahi
घर के अन्दर जीवन हैघर के बाहर करोना हैसीख ले तू घर में रहनाजीने से हाथ क्यूँ धोना है किसी एक की गलती सेमाँ -बाबा भी मर जायेंगेनन्हें मुन्ने …
फूलों की जिंदगी कितनी प्यारी है जो की खिलते हैं महकते हैं और महकाते हैं अद्भुत इनकी क्यारी है जिन पर ये फूल लेह-लहाते हैं कुछ तो ईश्वर के …
जिंदगी के रास्तों मे सवाल बहुत होते हैंपर कुछ का जवाब राह मिल जाते हैं ,पर कुछ जवाब बेतुक होते है। .कुछ का जवाब बिन बोले मिल जाते हैं …
हिंदुस्तान का मोदी कण कण में मोदी, क्षण क्षण में मोदी, जन जन में मोदी, हर मन में मोदी । छल छल में मोदी, पल पल में मोदी, कल …
पहले तो अपना कहा, फिर प्यार का सपना दिया, अब दर्द का चिराग क्यों जलाते हो और गम का दामन क्यों थमाते हो, पहले तो अपना कहा………. अश्क फिसलते …
मां को प्रणाम कर गयी पैदा तुझे उस कोख का एहसान है सैनिकों के रक्त से आबाद हिन्दुस्तान है तिलक किया मस्तक चूमा बोली ये ले कफन तुम्हारा मैं …