Author: omprakash chamola
मेरे देश की शान है, मेरा तिरंगा हम सभी की जान है, मेरा तिरंगा शौर्य की गाथा को गाता, मेरा तिरंगा इतिहास कुर्बानी का कहता, मेरा तिरंगा देशभक्तों का …
है कौन जो विकल वेदना के पतझड़ को मधुमास देता विखर गये हों पतझड़ के पत्तों के मानिंद सपने जीवन के जिसके उस विटप को कौन फिर जीने की …
प्रकृति ने धरती का सृंगार किया बहुरंगे फूलों के संग शोभित करके अनुपम छबि से भर कर हर तरु मैं नव जीवन रंग सुरभित पुष्पित हुई द्रुमदिक लता | …
रंग दी तुमने मेरी चुनरिया भीग गई मेरी चोली तुम हो कितने निष्ठुर कान्हा राधा माधव से बोली | प्रीत रंग में रंग जाने का नाम है राधा होली …