Author: उर्मिला
आज सुनाती हू कहानी एक खूबसूरत प्यारी नन्ही मोह्तरमा की हलचल सी मचा रही थी जिन्दगी तमाम आचल मे आते उसके हो गई शान्त लह्ररे जो ले रही थी …
आज देख मुसाफिरो की भीड सडक पे, ख्याल आया क्यो भाग रहे है यह अकड के। मन्जिल पर तो जाना सभी को है नादान, लड रहा क्यो यह सोचकर …
वर्शारितु है मस्तानी,कर जाती है सबको दीवानी। वर्शाकाल का है अनोखा अन्दाज, हरियाली फेली है जारो जार। लहरा रहे है खेत खलियान’ फिर तो खुशी का है ना कोई …
अमीर गरीब का ना कोई करो पैसो से तोल, कुदरत के अन्दाज मे तो इसका है नही कोई बोल । अपने घर बार त्यागकर पैसे कमाने की धुन मे, …
मेरे मालिक मेरे खुदा, आपको करती हू नमन बारम्बार। हर वक्त हर पल मेरी दुआ करते कुबूल, मेहरो वाला हाथ है हर पल मुझ्पर भरपूर । प्रभू आपकी लीला …
आपकी अंखियों पर है हर शक्स फिदा, कौन जाने कब खुदा ने फुरसत में इन्हे दिया बना। आपकी कहीं इस खूबी को ना मैं भूल जायूं कि, आपने रोते …
इस देह को तो इक दिन माटी मे मिल जाना है, ऐसा है दसतूर खुदा का जो जीवित हुआ उसे सफर काट्कर बस माटी में मिल जाना है। हम …
पापा का दूसरा शबद है प्यार, उनके जैसा कोई ना करता मेरा दुलार। पापा के कन्धों पर है मेरा भार, होने ना देते कतई मेरी हार। गजब का है …
मेरे पापा के है रूप अनूप, पापा के कारण है मेरा यह स्वरूप। सच्ची राह पर पापा चलना सिखाते, डगमगाते कदम मेरे है वो सुल्झाते। बचपन मे जब सीखा …
कुदरत के है रन्ग अनूप, उसका नैनी झील है जीता जागता स्वरूप। अजूबा है कुदरत का अनोखा है रूप, इमारतो के बीचो बीच नैनी झील मे है नीर भरपूर। …
मेरी सुकोमल सी परी समान, ना जाने कब हो गयी जवान। उसके आने से जगमगा गया मेरा आन्गन, और हजारो फूल ्खिल गये हमारी बगियन। मासूम सा उसका चेहरा …
पापा जी आपको जन्म्दिवस की हार्दिक शुभकामनाये, प्रार्थना करती हू प्रभु से सम्पूर्न हो आपकी सभी कामनाये। मुस्कराना आपके चेहरे को देता और निखार, गद्द-गद्द हो जाता है दिल …
मइया कहा चली गयी हो तुम, खोजती बच्चो की नजरे तुम्हे ह्र्र दम। जिधर जाती हू होता है एहसास तेरा, अखिया देखती है तुझ्हे जहा तहा फिरा। ह्र्र सान्स-सान्स …
अमन का मतलब है शान्ति, अमन के साथ से रुक जाती है क्रान्ती। अमन अपना है हझारो लाखो मे एक, लह्ररा जाती है वायू उसके आने से तेज। इत्राता, …
कान्हा को कोजते मेरे नैन, बिन देखे उसे नही होता चैन। रैना बीती जाये खाये और सोये, कान्हा की मस्ती बस है खोये। रासलीला है कान्हा ने रचाई, मस्त …
,मेरे भईया,मेरे चन्दा,मेरे अन्मोल रतन, यह बन्धन ना कभी खत्म हो चाहे कोई कर ले जितने यतन। बचपन के दिन भुलाते नही भुलते, मस्ती करते, शरारते करते, खेलते खिलाते, …
बच्पन के दिन और रात, हुम दोनो ने व्यतीत किये है साथ-साथ। खेल्ते कूदते नाचते गाते, करते तमाशे, ना जाने कब हो गये ह्म जवान हन्सते-हन्साते। मनजिले दोनो की …
भाई है मेरा अन्मोल रतन, कोइ ना उसके जैसा बन सकता चाहे कर ले लाखो यतन। बाखूबी निभाता है सबकी जिम्मेदारी, कन्धो पर लिये सबके भार तह उम् सारी। …
भैय है मेरा अनमोल, इसका नही कोई तोल-मोल-बोल। इत्राता बलखाता चहू ओर. जीत लेता है सबके मन को भोर-भोर। बलिहारि जाती मै उसपर बारम्बार, नज्र्र लगने ना पाये उसे …