Author: Mohit rajpal
आये वो बहार की तरह छाए वो करार की तरह न हमें देखा न जाना चले गए किसी तेज कार की तरह हमने बहुत रोका वो रुकी नहीं हमने …
जो कभी हेल्लो था आज hi! है । अच्छा चलता हूँ ‘ओके बाय’ है । कल तक जो खूबसूरत थी आज ‘हॉट’ है । नहीं का मतलब अब baby …
देश के नए भक्तों जरा देश से भी पुछलो देश भक्ति किसे कहते है? उन जांबाजों से जानलो जो देश की सिमा पर गोलियों को बौछार सेहते है। जिनके …
कसूर किसका इस दुनिया के खराब होने में हाथ-हाथ में शराब होने में दिलों के दूर होने में अंदर की इंसानियत खोने में इंसानी ज़मीर के सोने में बच्चों …
वो कौन थी जो मुस्कुराई और चली गयी उसका पलकों को झुकाना। बालो को अपने माथे से हटाना ।। उसकी आँखों का गेहरा काजल । जैसे आसमान में घटा …
ज़िन्दगी की किमत बहुत काम है यहां इंसानियत सिर्फ एक शब्द है जहां खुदगर्ज़ी सिर्फ कुत्ते मे दिखती है चन रुपयो के लिए खाकी बिकती है सुंदरता सिर्फ चेहरे …
“ज़िन्दगी बस तू इतना बता अभी कितना सफर और बाकी है।” गमो के बीच से कहीं ख़ुशी कभी दिख जाती है। वक़्त बेवक़्त उसकी याद बहुत आती है। दिल …