Author: kanukabir
सूनी आंखे, सूखे आंसू, सेहत से बीमार है हमये सब तोहफा है उसका, जिस हूरपरी के यार है हम।माना के बयाँ कर देना था वो किस्सा मेरे प्यार का …
जिदंगी अभी बाकी है, किसांस को इंतजार है तेरी दुआ काआंख को इंतजार है तेरी नज़र काऔर रूह को इंतजार हमसफ़र का।छोड़ आया हुँ जो गजलअपने तकिये के नीचे …
सपने है या पिंजरे के पंछी कुछ दिन आँखों मे रहते है, फिर चुपके से उङ जाते है। कुछ स्याह लकीरे मिट जाती है, फिर नए अफसाने बनते है, …
सांस अाती है तेरा नाम लेकर, सांस जाती है तेरा नाम लेकर, इक अजनबी शहर में आए है किसी की तलाश में, गम गाँव के तमाम लेकर। इसमें कहाँ …
शहर से निकला में गाँव गाँव चला, तु नही मगर तेरी याद साथ हो गई। सुनी जिससे कभी परियों की कहानी आज फिर उस बुढ़िया से मुलाकात हो गई। …