Author: deveshdixit
मुरझाया नोट करारा नोट, पहुंचा जब तिजोरी में लेकर अंगड़ाई सुस्ताने लगा तिजोरी में न कोई उसको दखल दे सुस्ताया अपनी तड़ी में मुरझाया नोट एक तभी दाखिल हुआ …
एक के साथ एक फ्री एक व्यापारी की जूते की दुकान थी उसी में चप्पल और सेंडल की शान थी उसकी दो लड़कियों की भरमार थी एक गोरी और …
कभी तुम्हारी हंसी, कभी तेरा डांटना याद आता है। आँखों में तुम्हारे नमीं, माँ तेरा दुलार याद आता है। लगती कभी चोट मुझको, तू गले से मुझे लगाती। छोड़ …
कश्मीर भारत का स्वर्ग कश्मीर, अब हो गया गंभीर । क्योंकि उसके सीने में, ठोक दी है कील । नदियाँ बह गयीं लहू की, चहुँ ओर मची है चीख …
शमा परवाना कहे शमा से, समेट कर अपनी बाँहों में । सिखा दो मुझे भी कुछ, ज्ञान की बातें । मैं भी सीखूंगा, औरों को भी सिखाऊंगा । क्या …
एक बाबा ले के चले, कुण्डली अपने साथ में । आज उसमें लिखा है बोले, है वो बड़े जोश में । आँख दिखा कर, कन्धा दबाकर, बोला बड़े रौब …
जब बनती हैं पंक्तियाँ तो कागज कलम नहीं मिलता लिखना चाहता हूँ कविता मगर मौका नहीं मिलता तनहाइयों को समेटना चाहता हूँ दिल से निकलती चंद पंक्तियों में पर …
मच्छर से साक्छात्कार मच्छर बैठा हाथ पर मुझे काटने के लिए हाथ झटका एक तरफ उसे भगाने के लिए नहीं काट पाया मुझे मच्छर तो आ गया मेरे स्वप्न …
महंगाई से जूझता इंसान महंगाई छाई इस कदर की जीना दूभर हो गया एक – एक रोटी की तड़प से इंसान बेसुध हो गया सिर झुकाये इस कदर मेहनत …
कलम पकड़ता हूँ कलम जब मैं तो ये सोचता हूँ अक्सर क्या लिखूं अपने बारे में क्या है मेरा मकसद अँधेरा लगा है हाथ में उजाले की तलाश है …
माँ तेरा आँचल ढूंढता हूँ, होता हूँ जब किसी उलझन में । अन्धकार में खो गया हूँ, क्योंकि ढूँढ न पाया तेरा आँचल मैं । इतना फंस गया हूँ, …
गुलाब का सौन्दर्य गुलाब का सौन्दर्य ऐ गुलाब तुम्हारा रूप, एक कमाल है । जिस हाथ में जाए, वो एक धमाल है । तुम्हारी खुशबू को प्रकृति ने दिया, …
बुझता दीपक दीपक जब बुझने लगता है, तड़पता है । फड़फड़ाता है, लौ को और तेज कर लेता है । जैसे जोर से पुकारता हो, कोई मुझे बचाओ । …
नेता जी की यात्रा नेता जी निकले यात्रा पर, लेकर छड़ी टोपी सिर पर । बड़े जोश में पाओं धरे , पूछने पर बोले अस्पताल चले । जोड़ों में …
भरोसा भरोसा अश्रु बहा रहा झूठ बजाए ताली सीमित भरोसा रह गया मुख में आए गाली एक परसेंट रह गया भरोसा कहाँ गए सब बाकी झूठ ने खोला …
नाखूनों कि बैठक एक बार नाखूनों कि बैठक हुई, हर जीव के नाखूनों ने एंट्री ली । हॉल खचाखच भरा हुआ था, पूरा सांसद लग रहा था । …
ज्योति यों तो दीपक को जलते – बुझते , हम सब ने देखा है । लेकिन उसने जो ज्ञान दिया है, उसे हर किसी ने नहीं । सिर्फ किसी …
अँधेरे में उजाले की तलाश“ अँधेरे में उजाले की तलाश है मुझे वीराने में बहारों की तलाश है मुझे मृत्यू में जीवन की तलाश है मुझे और क्या …
निहारो मत चाँद को निहारो मत चाँद को वो शर्मा जाएगा तारों ने घेर रखा है उसे गुस्सा आ जाएगा तपिस बहुत है तुममें तारों कोई जल जाएगा बादलों ने …
मैं फूल हूँ गुलाब का । महकते आँगन का, प्यार के इजहार का । जरिया हूँ मैं, मत रौंदो मुझे । मत रौंदो मुझे, मैं फूल हूँ गुलाब …