Author: Deepak Nambiar
ये अनुभूति जिन्दगी में एक बार एहसास करना चाहिए ये अनुभूति जिन्दगी में हमें अपनाना चाहिए एक बार हम इससे आबाद हुए तो दिल की विशालता बड़ जायेगी और दूध की तरह शुद्ध …
इन देवियों की रक्षा , हम सज्जनॊ आगे आये ये दर्द देश आज , विश्वास लौटा दें हम आगे आये जिस देश को हम माँ कहते आये है जिस देश में …
ये दूरियाँ कितने ही दूर हो ये दूरियाँ उतने ही करीब हो ये हमने कभी नापा नहीं था ये हमने कभी सोचा नहीं था ये फासले न कोई …
दिल की बातें दिल में ही रह जाते तुम से भी तो कह नहीं पातें कह नहीं सकते है तो, ऐसा ही रह जाते जाने दी तो , …
ये हल्की हल्की बूँदें , फिर मेरे को छूने को आ गयी ये नाचती बहती हवाएं , ये मस्त फिज़ाएं तबी मेरे आँख खुला नही था, न सूरज उठा …
कभी पहली बार स्कूल जाने में डर लगता था, आज हर रास्ता खुद ही चुनता है कभी मम्मी-पापा की हर बात सच्ची लगती थी आज उन्ही से झूठ बोलते …
मेरी नज़रों की पहली ख़ुशी तुम ही है अम्मा मेरी पहली दुधिया मुस्कान तुमको देखके ही है अम्मा तुम्हारी हाथ पकडके चलना सीखा है अम्मा तुमने ही हाथ …
जब से मैं तेरी दीवाना हो गया तब से तुमने मेरी यादों की बरसात गिराया याद आती है मेरी गाँव की, उधर की हवओं की वो सुबह …