Author: budhpal
जहाँ देखो चमचागीरी की गन्दी पॉलिटिक्स है; कियूं कि यही बोर्नबीटा है यही हॉर्लिक्स है.
आजकल हर नौकरी में स्पेशलिस्ट होना जरूरी है; काम करो या चमचागीरी एक्सपर्ट होना जरूरी है.
इस के स्वाद से ही दुनिया बर्बाद है,चाहे डिल है चाहे इलाहाबाद है; चमचागीरी के सलाद और चमचागीरी की चटनी में ही स्वाद है.
चमचे को चमचा कहो चमचा जाता रूठ; धीरे-धीरे जान ले चमचागीरी की लूट.
सिर्फ क्वालिटी में उन्नीस बीस होते हैं; मगर सारे चमचे चार सौ बीस होते हैं.
हम चमचों के बराबर रुतबा या पैसा पा नहीं सकते हैं; कियूं कि हम चमचागीरी के चने चबा नहीं सकते हैं.
वोटिंग की उम्र की सीमा १८ साल शादी की उम्र की सीमा २१ साल दारू पीने की उम्र की सीमा २५ साल चमचागीरी की उम्र की सीमा कोई नहीं.
पहले गुस्सा आता था अब तो आदत सी हो गयी है; चमचे तो डिप्लोमा रखते हैं हमारी तो चमचागीरी में पी एच डी हो गयी है.
हमें जिंदगी भर मेहनत करने पे मलाल है; चमचों को जो मिला है वह चमचागीरी का कमाल है.
हर नौकरी में चमचों का एक ही स्टंट होता है; काम को वोल्टेज नहीं होता चमचागीरी का करेंट होता है.
नौकरी में चमचे हमेशा से फायदा उठाते रहे हैं; कियूं कि वह चमचागीरी का चन्दन लगाते रहे हैं.
कितने मूरख प्राणी न जाने आसान उपाए; मेहनत से भूखा मरे चमचागीरी में लड्डू खाए.
चमचे चमचागीरी के पाबन्द होते हैं; इसी लिए उनकी जिंदगी में आनंद ही आनंद होते हैं.
चमचे असंभव को संभव कर सकते हैं; अपनी पे उतर आएं तो आसमान में छेद कर सकते हैं.
चमचों और शैतानों में एक समानता है; दोनों उसको परेशान करते हैं जो उनकी बात नहीं मानता है.
हमें पूरी आस्था है पूरा विश्वास है, मेहनत बकवास है; नौकरी में चमचों की चमचागीरी की चीनी में ही मिठास है.
जब भी देखो चमचागीरी के घोड़े पे सवार मिलते हैं; चमचों की कमी नहीं दुनिया में एक ढूंढो हजार मिलते हैं.
नौकरी में हम बहुत दुखी होते हैं फिर भी कलेजा दबाये रहते हैं; चमचे नौकरी न छीन लें कहीं इसी डर से दिल को बहलाये रहते हैं.
यदि मेहनत करने के नियम का पालन कड़ाई से होता है ; चमचों की उंगलियां जल जाती हैं और उनका सर कढ़ाई में होता है.
जिन को अपने काम पे भरोसा होता है वे नौकरी करते हैं; और जिन्हे भरोसा नहीं होता वे चमचागीरी करते हैं.
जब भी चमचागीरी की चमक चौकाने वाली होती है; समझ लो नयी मुसीबत आने वाली होती है.
चमचा ऐसा चाहिए जो गुपचुप आग लगाये; खुद को ले बचाये किन्तु औरों को दे फंसाये.
चमचों का जो काम है हमेशा से एक ही काम कर रहे हैं; पहले भी करते थे आज भी चमचागीरी कर रहे हैं.
नौकरी में तुम्हें क्या बताएं किस कदर चोट खाए हुए हैं; चमचों ने रुलाया है हमको चमचागीरी के सताए हुए हैं.
खाली हाथ आया जग में खाली हाथ जायेगा; किन्तु चमचों से टकराएगा तो चूर-चूर हो जायेगा.