Author: b.k.gupta
देख आज कितना बदल गया आदमी ! आदमी को आज खा रहा है आदमी !! अपने बहन बेटियों से करते है गुनाह , हवस में इस कदर पागल है …
आईनो का सच बनकर राम घूम रहे है , दिल में छिपा जिनके रावण। नैतिकता का पाठ पढ़ाते, बातें करते हैं मनभावन।। सम्हल कर रहना यारो इनसे , अब …
करके प्यार दिल में छिपाते हो किसलिए, नज़रों से नज़र हमसे चुराते हो किसलिए प्यार करने वालों का अंदाज़ अलग है , कातिल अदा से बिजली गिराते हो किसलिए …
मन की गंदगी को जो साफ करदे, जीत वहीं होगी स्वच्छता अभियान की। झाडू की और आपके केजरीवाल की, बात तब करेंगे हम मोदी श्रीमान की।। बी.के.गुप्ता हिन्द… 9755933943
शासन अमीरों का रिश्ता अमीरों से रहा, गरीबों का रिश्ता ग़मों से रहा। नेताओं का वादा झूठा रहा, गरीबों का मत यूँ ही लूटता रहा।। ओले गिरते रहे सूखा …
जो बेंच कर ईमान अपना ईमानदारी की बात करते हैं , अपना ही देश लूटकर वतन रखवाली की बात करते हैं! अपना मत ,मत देना तुम ऐसे नेताओं को …