Author: asma khan
चेहरे पे चेहरा लगाते हैं, सूरत वही रहती है, सीरत छुपाते हैं, अपनी परछाई से दूर भागते हैं, और आईने से घबराते हैं लोग!……
कवि अपनी दुनिया में बहुत खुश रहता है, वह हर चीज मे सार ढूँढ लेता है, व्यर्थ मे भी एक भाव ढूँढ लेता है, न ही किसी से द्वेष, …
नई उमँग है, नया सवेरा नयी तंरग है, नया उजेला……….!! नया साल है आया, खुशियाँ संग है लाया करो कुछ ऐसे संकल्प की अच्छा हो हमारा कल……….! गलतियाँ न …
आज की नारी न अबला न बेचारी…… अब शस्त्र उठाने की है बारी, रण मे डटकर लङी थी वो, ये बात इतिहास ने भी जानी, आज की नारी न …
जमाने की भीङ में अपना मुकाम बनाना चाहते हैं, चाह नही पूरा आसमान पाने की, मुठ्ठी भर आसमान में ही उङना चाहते है………..! न दौलत चाहते हैं न शोहरत …
नमन है तुमकों वीर सपूतों, कर रहे सुरक्षा तुम सरहदों की, जमे हुए हो तुम तूफानों में आँधी में, पर्वतों की तरह…….. हौसले हैं तुम्हारे आसमानों से ऊँचे, संकल्प …
राहे थी मुशकिल ,मँजिल थी दूर हौसलो ने साथ दिया तो जर्रा भी आफताब बन गया………!
वक्त बदलते ही जमाना बदल जाता है, लोग वही रहते हैं अंदाज बदल जाता है, देखने वालों की नजरे तो वही रहती है, पर देखने का नजरिया ही बदल …
लालच कर न ऐ इंसान, वरना गुजरेगी न तेरी जिन्दगी आसान, तकब्बुर को छोङ दे, और मोहब्बत से रिश्ता जोङ दे, बस जिन्दगी में रहेगा प्यार, और जिन्दगी होगी …
है आज एक दुल्हन की विदाई! दिल सहमा हुआ, धडकन है तेज , आँखो मे आँसू , दिल मे है कुछ ख्वाहिशे , हो रही है एक दुल्हन की …
उन दिनों की बात है जब पास थी तुम मेरी माँ, दुख दर्द का भी न था अहसास, सिर्फ खुशियाँ थी मेरे पास, सभी थे अपने,था प्यार सभी का …
राह चलते चलते रहनुमा बदल गये ! मंजिल का पता नही, रास्ते बदल गये……! वक्त क्या बदला दोस्तो, कस्तियाँ तो वही रही किनारे बदल गये…….!
राह चलते चलते रहनुमा बदल गये ! मंजिल का पता नही,रास्ते बदल गये ……! वक्त क्या बदला दोस्तो, कस्तियाँ तो वही रही ,किनारे बदल गये……..!
रोटी की कीमत जाने भूखा चका न जिसने एक टूका ! कीमती तो कहते है,हम उसको तिजोरी मे रखते है ,जिसको रोटी की कीमत जाने भूखा जो खाए रूखा …
सूरत नही सीरत, दिखाता अगर आईना , तो देखते न, अक्श वाले आईना ……! रुह दिखाता अगर आईना , तो मैले होते चहरे काला होता आईना………!
मै हूँ इँदिरा , मै हूँ सीता, मै ही दुर्गा कली हूँ ………..! तोङ पुरानी बेङियो को आज नयी कहानी हूँ………! मै नही पुरानी हूँ , मै आज की …
बरसात मे जब पहली बौछार पङी तब आई खुशबु माटी की………! आँगन खेत खलियान सब भीग गए ,छाई खुशबु माटी की………! माटी नही ये सोना है,ये किसान का गहना …
गाँव को स्वच्छ बनाएँ, उसे प्रदूषण मुक्त बनाएँ, इस संसार की सुन्दरता को दोगुना बढाएँ, गाँव को आजादी दिलाएँ, गाँव में शौचालय बनाएँ, और गाँव को आदर्श बनाएँ!
कुछ ऐसे दिन भी गुजरे मेरे, देखे न रातो को तारे मैने ! कुछ व्यस्थ थी मे इतनी अपनी उलझनो मे, न मंदिर देखे न शिवालय देखे ! यादो …
आज हम है अकेले , आज हम है बेसहारे क्योकि गर्दिश मे है हमारे तारे ! कभी ये तारे आसमान मे थे हमारे ! जब लगते थे, पराये भी …
सालों से देख रहे राहे, आँखे तरस गई ! अपनो को मिलने का ख्वाब दिल मे लिए , मेरी पत्नि गुजर गई !! आज भी याद है वो दिन …
दिल की आरजू है,की आगे बढे जमाने की बँदिशो को तोङ, आसमान मे उङे ! तोङना चाहता है दिल इन दीवारों को,जो बाँटती है,आदमी को आदमी से! जोङना चाहता …
चलो मिल जुल कर भारत का इतिहास बनाएँ! रखे गाँव,शहर, मोहल्लो को साफ सुथरा, चलो भारत को स्वच्छ बनाऐ ! रखे जिंदा गांधी, नेहरु की सीँख मिलकर कुछ द्रढ …
*ऐ आतंकी ऐ गुनाहगार न कर जुल्म बेगुनाहो पर, माँग अपने गुनाहो की माफी, न कर जुल्म इन्सानो पर!! * मासूमो ने बिगाडा है तेरा क्या, पर फिर भी …
उठो अंधकार से आगे बढो, गिरो उठो ओर आगे बढो!! बुराईयो से अच्छाईयो की ओर बढो, पाप से पुण्य की ओर बढो, गिरो उठो ओर आगे बढो!! छोटी सोच …