Homeजीवन शुक्लकोहरे की आँख में कोहरे की आँख में विनय कुमार जीवन शुक्ल 26/03/2012 No Comments कोहरे की आँख में मील का धुआँ फसलें मजबूरी की क्वाटर के पास हरे हरे घावों की आस पास घास भारी से आँगन में रोग का कुआँ । Tweet Pin It Related Posts माँग रहा लेकर कटोरा तुम तो थे रूठे ही आषाढ़ तो आया About The Author विनय कुमार Leave a Reply Cancel reply Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.